कतर पर इजरायल का हमला: हमास विवाद, अमेरिकी दबदबा और THAAD सिस्टम की नाकामी
कतर पर इजरायल का हमला कई सवाल खड़े करता है – हमास-कतर संबंध, अमेरिकी सैन्य अड्डा, THAAD रक्षा प्रणाली की विफलता और अमेरिका का दबदबा।
कतर हमला थ्योरी: क्या कतर ने इजरायल हमले को मौन स्वीकृति दी?
हाल ही में हुए कतर पर इजरायल के हमले ने पूरे मध्य पूर्व को हिला कर रख दिया है। यह घटना केवल एक सैन्य हमला नहीं, बल्कि हमास-कतर संबंध, कतर में अमेरिकी सैन्य अड्डा, और THAAD रक्षा प्रणाली कतर जैसे बड़े सवालों को जन्म देती है। कतर, जो लंबे समय से हमास का मध्यस्थ माना जाता रहा, अब खुद को अंतरराष्ट्रीय दबाव और क्षेत्रीय असुरक्षा के जाल में फंसा हुआ पा रहा है।
कतर-हमास संबंध और बढ़ता बोझ
हमास का बोझ कतर
कतर लंबे समय से हमास को राजनीतिक और आर्थिक रूप से शरण देता रहा है।
अब यही हमास कतर के लिए सिरदर्द बन चुका है।
रिपोर्ट्स कहती हैं कि हमास और कतर विवाद ने कतर की अंतरराष्ट्रीय छवि को नुकसान पहुंचाया।
कतर इजरायल संबंध और अमेरिका का दबदबा
कतर खुलकर इजरायल का विरोध नहीं कर सकता क्योंकि अमेरिका का कतर में दबदबा बहुत गहरा है।
अल उदीद एयर बेस कतर अमेरिका का सबसे बड़ा सैन्य अड्डा है, जो दोहा से केवल 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या Did Qatar approve Israeli attack?
कतर में इजरायल हमला: कैसे संभव हुआ?
इजरायल हमला दोहा के पास
इजरायली मिसाइलें दोहा के पॉश इलाके में गिरीं।
यह इलाका किसी गुप्त ठिकाने के पास नहीं, बल्कि बिज़नेस हब के पास था।
इतना बेशर्म हमला कतर पर मौन स्वीकृति के बिना संभव नहीं लगता।
इजरायल हमला कतर की संप्रभुता पर चोट
यह सीधा Israel attack inside Qatar sovereignty violation माना जा रहा है।
सवाल यह भी है कि इतने दूर से आए इजरायली फाइटर जेट्स को किसी ने रोका क्यों नहीं?
THAAD और पैट्रियट सिस्टम नाकाम क्यों हुए?
कतर के पास अमेरिका निर्मित THAAD रक्षा प्रणाली और पैट्रियट मिसाइल डिफेंस दोनों मौजूद हैं।
हैरानी की बात यह है कि थॉड और पैट्रियट सिस्टम नाकाम साबित हुए।
कतर सरकार की सफाई: इजरायल ने ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया जो रडार पकड़ नहीं पाए।
इससे यह भी सवाल उठता है: US radar THAAD Patriot failure Qatar – क्या यह जानबूझकर हुआ?
अमेरिका की भूमिका और Netanyahu-Qatar समीकरण
Role of US in Israeli strike Doha
कतर, अमेरिका का सबसे भरोसेमंद सहयोगी है।
अमेरिकी खुफिया समर्थन के बिना इतनी गहरी स्ट्राइक संभव नहीं।
कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि अमेरिका ने Qatar Hamas strike scandal में इजरायल को अप्रत्यक्ष हरी झंडी दी।
Netanyahu Qatar relationship Hamas
इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू हमेशा से हमास को खत्म करने के पक्षधर रहे हैं।
कतर का हमास के प्रति रुख अब कमजोर हो रहा है, जिससे कतर-इजरायल युद्ध की थ्योरी और मजबूत होती है।
मुख्य बिंदु (Key Points)
हमास का बोझ कतर के लिए बड़ा संकट बन चुका है।
कतर में अमेरिकी सैन्य अड्डा होने के बावजूद हमला नहीं रोका गया।
THAAD रक्षा प्रणाली कतर और पैट्रियट सिस्टम दोनों विफल साबित हुए।
कतर इजरायल संबंध अब नए मोड़ पर हैं।
यह हमला शायद केवल इजरायल का नहीं, बल्कि अमेरिका की रणनीति का हिस्सा भी हो सकता है।
मेरा सोच है की-
कतर हमला थ्योरी अभी भी रहस्यों से घिरी हुई है। क्या यह केवल कतर-इजरायल युद्ध की शुरुआत है, या फिर अमेरिका और कतर के बीच मौन समझौते का नतीजा? यह साफ है कि हमास और कतर विवाद अब केवल राजनीतिक मुद्दा नहीं रहा, बल्कि मध्य पूर्व की सुरक्षा व्यवस्था को सीधे चुनौती दे रहा है। आने वाले समय में यह तय करेगा कि कतर एक मध्यस्थ बना रहेगा या बड़े खिलाड़ियों की चालों में केवल एक मोहरा।
